भोपाल, मध्य प्रदेश का एक प्रमुख शहर है और यह भारत के मध्य भाग में स्थित है। यह एक प्रमुख नगर निगम है और यह नरमदा नदी के किनारे स्थित है। भोपाल का इतिहास विभिन्न राजवंशों और साम्राज्यों के शासनकाल में विकसित हुआ है, और इसके पास ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संपत्ति की बोलचाल है। भोपाल के पास कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल हैं, जैसे कि ‘भोपाल क़िला’ और ‘शौख़तमगढ़ क़िला’. इन्हें मुग़ल साम्राज्य के काल में बनाया गया था । मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में घूमने के लिए कई दिलचस्प और प्रमुख स्थल Bhopal me ghumne ki jagahहैं।
1.भोपाल का बड़ा तालाब – Upper Lake in Bhopal In Hindi Bhopal me ghumne ki jagah
भोपाल का बड़ा तालाब “भोपाल झील” है, जिसे और भी कई नामों से जाना जाता है, जैसे “भोपाल बाड़ी” और “भोपाल लेक”. यह तालाब मध्यप्रदेश राज्य के भोपाल शहर में स्थित है और यह शहर के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है।
भोपाल झील का निर्माण 18वीं सदी में रघुदी द्वितीय द्वारा किया गया था और यह एक प्रमुख प्राकृतिक तालाब है। यह तालाब विभिन्न प्रकार की पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण पक्षी अभ्यारण्य के रूप में भी मशहूर है, और यहां पक्षियों के प्रेमी और उनके अनुयायी आने के लिए एक अच्छा स्थल है।
भोपाल झील के आस-पास कई पार्क और बगीचे हैं, जो इसे और भी आकर्षक बनाते हैं। यह तालाब भोपाल के नागरिकों के लिए एक आरामदायक स्थल है और यहां पर्यटक भी अपना समय बिताते हैं।
भोपाल झील के आस-पास कई इतिहासिक और सांस्कृत
2.भोपाल का ट्राइबल म्यूजियम – Tribal Museum in Bhopal in Hindi
भोपाल का ट्राइबल म्यूजियम (Bhopal Tribal Museum) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के भोपाल शहर में स्थित है और यह एक अद्वितीय स्थल है जो आदिवासी संस्कृति, कला, और ऐतिहासिक धरोहर को प्रस्तुत करता है। यहाँ आपको विभिन्न आदिवासी समुदायों की विविध जीवनशैली, धार्मिक अनुष्ठान, पर्व, और रस्में देखने का मौका मिलता है।
यहाँ कुछ मुख्य विशेषताएं हैं:
- गैलरियों का आयोजन: ट्राइबल म्यूजियम कई गैलरियों में विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिष्ठित आदिवासी कला और धर्मिक आदिकाल की सार्थक उपलब्धियों को प्रदर्शित करता है।
- कला और शिल्पकला: म्यूजियम में आदिवासी शिल्पकला, चित्रकला, और संगीत का प्रदर्शन किया जाता है। यहां आपको आदिवासी शिल्पकला के रूप में चीज़ों का निर्माण और सजावट की आदि देखने का मौका मिलता है.
- जीवनशैली का प्रस्तुतिकरण: आदिवासी समुदायों के जीवनशैली के मॉडल, प्रदर्शनी और डायोरामे के माध्यम से उनके रोजमर्रा के जीवन की छवियों को प्रस्तुत किया जाता है।
- आदिवासी जीवन की अनुभव प्रदान करना: ट्राइबल म्यूजियम में आपको अद्वितीय आदिवासी पर्वों की अनुभव करने का मौका मिलता है, जैसे कि होली और दिवाली की परंपरागत धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन।
- शिक्षात्मक मौजूदगी: म्यूजियम में आदिवासी संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए शैक्षिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, जिनमें विद्यार्थियों और गुरुओं के लिए अनूठे सीखने के अवसर होते हैं.
भोपाल का ट्राइबल म्यूजियम आदिवासी संस्कृति के प्रति समर्पित है और यह आदिवासी समुदायों की धरोहर को बचाने और प्रस्तुत करने का महत्वपूर्ण केंद्र है। यह दर्शकों को भारतीय सांस्कृतिक विविधता को समझने और महसूस करने का मौका देता है।
3.भोपाल का बिरला संग्रहालय – Birla Museum in Bhopal in Hindi
भोपाल का बिरला संग्रहालय, मध्यप्रदेश, भारत में स्थित एक प्रमुख संग्रहालय है, जो कला, सस्त्र, और सांस्कृतिक धरोहर की बोझिल रखता है। यह संग्रहालय गुप्तकाल से मोदर्न युग तक के विभिन्न समय की धार्मिक, सांस्कृतिक, और ऐतिहासिक आवश्यकताओं को प्रस्तुत करता है।
यह संग्रहालय गोपाल बाघेल और सेठ बलदेव राजा द्वारा बनवाया गया था और 1971 में खुला था। इसका उद्देश्य भारतीय संस्कृति को प्रमोट करना और लोगों को शैली, कला, और संस्कृति के रूप में इसका मान्यता दिलाना है।
यह संग्रहालय अनेक प्रमुख शैलीयों की चित्रकला, पत्थरकला, फोटोग्राफी, और दर्शनीय प्रदर्शनियों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर विभिन्न कला प्रदर्शनियां, चित्रित पत्थर कार्विंग, और बुद्ध मूर्तियाँ भी देखी जा सकती हैं।
4.भोपाल का मोती मस्जिद – Moti Masjid in Bhopal in Hindi
मोती मस्जिद (Moti Masjid) एक अद्वितीय मस्जिद है जो भारत के मध्य प्रदेश राज्य के भोपाल शहर में स्थित है। यह मस्जिद मुग़ल साम्राज्य के सम्राट शाहजहाँ द्वितीय द्वारा बनवाई गई थी और उसके नाम पर भोपाल का मोती मस्जिद कहा जाता है। इस मस्जिद का नाम “मोती मस्जिद” इसलिए है क्योंकि इसके निर्माण में सफेद संगमरमर (मोती) का उपयोग किया गया था, जिससे यह मस्जिद अपने नाम को पूरी तरह से यकीनी बनाती है।
यह मस्जिद भोपाल के सदाबहार शहर के दिल में स्थित है और यह भारतीय स्थापत्यकला का एक अद्वितीय उदाहरण है। मोती मस्जिद का निर्माण शाहजहाँ के साम्राज्य काल में 17वीं सदी के मध्य में हुआ था और यह एक शांत, प्राचीन, और आकर्षक स्थल है जो भोपाल के पर्यटकों के बीच में लोकप्रिय है।
मोती मस्जिद एक अद्वितीय भव्य संरचना है जो उसके अद्वितीय सफेद संगमरमर के अर्चिटेक्चर के लिए प्रसिद्ध है। यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और यहाँ पर विश्वासियों के लिए नमाज पढ़ने के लिए एक शांति और ध्यान का स्थल है। यहाँ के दृश्य, अद्वितीयता, और ऐतिहासिक महत्व के कारण यह मस्जिद भोपाल के एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।
5.भोपाल का शौकत महल – Shaukat Mahal in Bhopal in Hindi
भोपाल का शौकत महल, जिसे भोपाल का कई बड़े इतिहास और संस्कृति संरक्षण केंद्र के रूप में भी जाना जाता है, एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह महल बाज बुआड़ जैन मंदिर के पास स्थित है और भोपाल, मध्य प्रदेश, भारत में है।
शौकत महल का निर्माण मुग़ल साम्राज्य के दौरान हुआ था और इसका आदान-प्रदान मुग़ल भवन शैली में है। इसका नाम उस समय के भोपाल के नवाब शौकत मोहम्मद खान के नाम पर रखा गया था।
शौकत महल की मुख्य विशेषता यह है कि यह एक जैन मंदिर के साथ जुड़ा हुआ है और यहाँ पर अनेक जैन तीर्थंकरों की मूर्तियाँ और प्रतिमाएँ सुखाद रूप से सुंदरता और स्थानीय संस्कृति का प्रतीक हैं।
शौकत महल का आकर्षण उसके अर्किटेक्चरल डिज़ाइन में है, जिसमें मुग़ल और राजपुताना कला का सुंदर मिश्रण है। इसके भीतर विशेष धार्मिक आयोजन और पूजा स्थल हैं, जिन्हें यात्री और पर्यटक बड़ी भक्ति भाव से आते हैं।
6.भीमबेटका गुफाएं भोपाल- Bhimbetka Caves in Bhopal in Hindi
भोपाल के पास भीमबेटका गुफाएं से संबंधित एक रोचक तथ्य हैं कि यहाँ पर पाए गए पूरातात्विक चित्रकला का एक अनमूल्य खजाना है। यह गुफाएं मध्य प्रदेश के भोपाल शहर के पास स्थित हैं और इनमें विश्वकौशली प्राचीन मानवों द्वारा बनाए गए चित्रकला और चित्रित चित्र मिलते हैं, जो लागभग 30,000 साल पहले के हैं।
ये गुफाएं विश्व धरोहर स्थल के रूप में UNESCO द्वारा मान्यता प्राप्त हैं और इनमें पाए जाने वाले चित्र और चित्रकला पुरातात्विक मानक के अनुसार बहुत मूल्यवान हैं। इन गुफाओं में चित्रित छवियाँ और चित्रकला से जुड़े अन्य पूरातात्विक साक्षरता मिली है, जिससे हमारे पुरातात्विक गुजरिशों का ज्ञान बढ़ गया है।
भीमबेटका गुफाएं एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल हैं जो हमें हमारे आदिकालीन मानवों की जीवनशैली और कला के बारे में बहुत कुछ सिखने का मौका देते हैं।
7.भोपाल में सांची स्तूप – Sanchi Stupa in Bhopal in Hindi
भोपाल में सांची स्तूप एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो मध्यप्रदेश राज्य, भारत में स्थित है। यह एक प्राचीन बौद्ध स्थल है और बौद्ध धर्म के महान गुरु गौतम बुद्ध के शिष्य महाकाष्यप की स्मृति में बनाया गया था। इसका निर्माण मौर्य साम्राज्य के सम्राट अशोक द्वारा किया गया था और यह 3rd से 12th सदी तक विकसित हुआ।
सांची स्तूप को एक विशेष कारणवश यूनेस्को विश्व धर्मस्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है, और यह एक अद्वितीय आर्किटेक्चरल धर्मिक स्थल है। स्तूप की शिखर ऊँचाई पर है और इसका विशेषत: दैशिक बौद्ध शैली का है, जिसमें अंबर पत्थर, संगमरमर और ब्रोंज का उपयोग किया गया है।
इसके अलावा, सांची स्तूप के चारों ओर कई स्तूप, विहार, गुम्बा, और धार्मिक संरचनाएं हैं, जो बौद्ध धर्म के अनुयायों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इस स्थल का महत्व भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है और यह विश्व धर्मस्थल के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सांची स्तूप का दर्शन करने से आपको भारतीय इतिहास और धर्म के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी मिलेगी, और यह एक अनूठा धार्मिक और ऐतिहासिक अनुभव हो सकता है।
8.भोपाल का लोअर झील
भोपाल का लोअर झील भारत के मध्य प्रदेश राज्य के भोपाल शहर में स्थित एक प्रमुख जल स्त्रोत है। यह झील भोपाल के मैनपुरी प्रांत में स्थित है और यह भोपाल के शहर के मध्य भाग में स्थित है।
लोअर झील एक प्राचीन और महत्वपूर्ण जल स्रोत है, और यह भोपाल शहर की महत्वपूर्ण प्राकृतिक संपदा में से एक है। झील के आस-पास एक प्रसिद्ध पार्क भी है, जिसमें वन्यजीवन का संरक्षण किया जाता है और लोगों के लिए पिकनिक स्थल के रूप में भी प्रयोग होता है।
लोअर झील भोपाल के मैनपुरी प्रांत के परिसर में विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण अधिवासी है और यह एक प्रसिद्ध बर्ड वॉचिंग स्थल भी है। यहां पर आपको कई प्रकार के पक्षियों को देखने का अवसर मिलता है, जिसमें राजहंस, स्वान, डक, और अन्य प्रजातियाँ शामिल हैं।
लोअर झील भोपाल के लोगों के लिए मनोरंजन, प्राकृतिक सौंदर्य, और पर्यटन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है और यह भोपाल शहर की संस्कृति और परिप्रेक्ष्य का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है।
9.भोपाल में वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
भोपाल में स्थित “वन विहार राष्ट्रीय उद्यान” (Van Vihar National Park) एक प्रमुख प्राकृतिक संरक्षण स्थल है जो भारत के मध्यप्रदेश राज्य में स्थित है। यह उद्यान एक प्रमुख परियावरणीय धरोहर क्षेत्र के रूप में महत्वपूर्ण है और यहाँ पर वन्यजीवों के संरक्षण के लिए विशेष उद्यम किए जाते हैं।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हैं:
- स्थान: वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल शहर के पास स्थित है, जो मध्यप्रदेश राज्य में है।
- वन्यजीव: यह उद्यान विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों के लिए एक आदर्श स्थल है, जैसे कि बाघ, बंदर, हाथी, खरगोश, और अन्य प्रजातियों को संरक्षित करने के लिए।
- विशेषता: वन विहार राष्ट्रीय उद्यान का एक अद्वितीय फीचर यह है कि यह उद्यान अस्तित्व में आया है और यहाँ के वन्यजीव अपने प्राकृतिक आवास में रहते हैं, जिससे उनका व्यवहार और प्राकृतिक जीवन अधिक सामान्य रूप से दर्शाया जा सकता है।
- दर्शनीय स्थल: यह उद्यान दर्शनीयता के लिए भी प्रसिद्ध है और यहाँ पर प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों को देखने के लिए सुंदर रास्ते और दर्शनीय स्थल हैं।
- क्षेत्रिय संरक्षण: वन विहार राष्ट्रीय उद्यान का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय प्राकृतिक संरक्षण है, जिसमें वन्यजीवों के संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण की सुरक्षा भी शामिल है।
इस प्रकार, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान एक अनूठा और महत्वपूर्ण स्थल है जो वन्यजीवों के संरक्षण और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए आपके लिए एक मनोरंजनमय और शिक्षाप्रद अनुभव प्रदान करता है।
10.भोपाल का शौर्य स्मारक
भोपाल का शौर्य स्मारक, जो आमतौर पर ‘भोपाल शहीद स्मारक’ के रूप में भी जाना जाता है, भारत के भोपाल शहर में स्थित है और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को समर्पित किया गया है। यह स्मारक एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और लोग इसे आवश्यक दर्शनीय स्थल के रूप में भी देखते हैं।
इस स्मारक में भोपाल के स्वतंत्रता संग्राम संघर्ष के हीरोज का सम्मान किया गया है। यहां पर उनकी जीवनी, उनके संघर्ष के क्षण, और उनके साहसी काम के बारे में जानकारी दी जाती है। स्मारक के आसपास विशाल आकृति के वृक्ष और सुंदर बगीचे हैं, जो इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाते हैं।
भोपाल का शौर्य स्मारक विशेष रूप से स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की महानता को सलाम करने के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है और लोग इसे गर्व से देखते हैं।
11.भोपाल में ताज-उल-मस्जिद
ताज-उल-मस्जिद भोपाल, मध्य प्रदेश, भारत में स्थित एक प्रमुख मस्जिद है। यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और इसका नाम उसकी विशेष गुफा आकृति के चतुर्भुज सिक्के के साथ है, जो इसे एक अद्वितीय दृश्य बनाता है।
ताज-उल-मस्जिद का निर्माण शाहजहां के शासनकाल में 1971 में शुरू हुआ था, लेकिन यह काम पूरा नहीं हुआ था, और इसके निर्माण कार्य को रजी दिया गया था। इसके बाद, नवाब शाहजहां के शासनकाल में, मुग़ल साम्राज्य के अंतिम साम्राज्यवादी बदशाह बहादुरशाह जफर ने निर्माण कार्य को पुनः आरंभ किया, और यह मस्जिद उसके शासनकाल में पूरी तरह से निर्मित हुई। ताज-उल-मस्जिद का निर्माण पाक वाकफ बोर्ड द्वारा संचालित किया जाता है।
यह मस्जिद अपने सुंदर मुग़ल शैली के विशाल दरवाजों, मिनारों, और एक विशाल छत के साथ प्रसिद्ध है। इसकी विशेषता इसमें लगे ताज-उल-मस्जिद की खोज में विशेष ध्यान देने वाले लोग के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह खोजी मस्जिद के अंदर है और वहां कई अद्वितीय आर्क और स्तम्भ हैं।
यह मस्जिद भोपाल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है और धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, यह भोपाल शहर की एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और यहाँ प्रतिदिन कई लोग आकर्षित होते हैं।
12.भोपाल में डीबी सिटी मॉल
डीबी सिटी मॉल भोपाल का एक प्रमुख खरीददार और मनोरंजन केंद्र है। यह मॉल शहर के कॉमर्शियल हब के रूप में एक महत्वपूर्ण स्थान है और वहाँ के लोगों के लिए एक मनोरंजन और खरीददारी की जगह के रूप में प्रसिद्ध है।
डीबी सिटी मॉल में विभिन्न प्रकार की दुकानें, ब्रांड की खरीददारी केंद्र, फूड कोर्ट्स, और मनोरंजन व्यवसायिक स्थल हैं, जिनमें लोग अपनी पसंदीदा वस्त्र, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि खरीद सकते हैं। यहां विभिन्न रेस्टोरेंट्स और कॉफी शॉप्स भी हैं, जहाँ लोग मिलकर खाने पीने का आनंद लेते हैं।
डीबी सिटी मॉल का आत्मविश्वासी और आनंदमय वातावरण, सफाई और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखता है, जिससे वह खरीददारों और मनोरंजन खोजने वालों को आकर्षित करता है।
इसके अलावा, डीबी सिटी मॉल विभिन्न कार्यक्रमों और तारीखों पर विशेष आयोजन भी करता है, जिनमें म्यूजिक कंसर्ट्स, मोबाइल एक्सपो, और अन्य मनोरंजन कार्यक्रम शामिल होते हैं।
डीबी सिटी मॉल भोपाल के लोगों के बीच एक मनपसंद जगह के रूप में मशहूर है, जहाँ वे खरीददारी करने और मनोरंजन का आनंद लेने के लिए आते हैं।
भोपाल पहुंचने के लिए आपके पास कई तरीके हो सकते हैं :-
- एयरपोर्ट: भोपाल में राजभोपाल एयरपोर्ट (Raja Bhoj Airport) है, जिससे आप वायुयान से पहुंच सकते हैं. आप यहां एयरपोर्ट के माध्यम से फ्लाइट से या किसी अन्य शहर से एयरपोर्ट के लिए टैक्सी या ऑटोरिक्शा का उपयोग करके पहुंच सकते हैं.
- रेल: भोपाल रेलवे स्थानक (Bhopal Junction) एक महत्वपूर्ण रेलवे स्थानक है और यहां से आप ट्रेन के माध्यम से पहुंच सकते हैं. आप अपनी यात्रा के लिए भोपाल जंक्शन तक किसी भी उपयुक्त ट्रेन का चयन कर सकते हैं.
- सड़क: आप अपने वाहन या बस के साथ भोपाल पहुंच सकते हैं. भोपाल विभिन्न राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों से जुड़ा हुआ है, इसलिए आप अपने स्थान से यात्रा कर सकते हैं.
- बस स्थानक: भोपाल में कई बस स्थानक हैं, जो विभिन्न शहरों से बसों की सेवा प्रदान करते हैं. आप अपने स्थान से निकलकर निकटतम बस स्थानक तक पहुंच सकते हैं और फिर भोपाल की ओर बस के साथ यात्रा कर सकते हैं.
आपकी स्थान और यात्रा की विशेष आवश्यकताओं के आधार पर उपयुक्त तरीका चुनें और भोपाल पहुंचने के लिए योजना बनाएं.
Bhopal Map
FAQs
भोपाल कहाँ स्थित है?
भोपाल मध्य प्रदेश राज्य, भारत, में स्थित है।
भोपाल के इतिहास के बारे में कुछ बताइए।
भोपाल का इतिहास बहुत पुराना है, और यह नगर नवाबों के सासनकाल में महत्वपूर्ण था।
भोपाल का प्रमुख भाषा क्या है?
हिंदी और मराठी भोपाल की प्रमुख भाषाएँ हैं।
भोपाल के प्रमुख पर्यटन स्थल क्या हैं?
भोपाल में संग्रहालय, लेक, मंदिर, और ऐतिहासिक स्थल पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण हैं।
भोपाल के मौसम के बारे में क्या जानकारी है?
भोपाल में चार ऋतुएँ होती हैं: गर्मी, बरसात, शरद और सर्दी।
भोपाल के पास कौन-कौन से परिवहन सेवाएँ हैं?
भोपाल में बस, ट्रेन, टैक्सी, और ऑटोरिक्शा जैसी परिवहन सेवाएँ उपलब्ध हैं।
संबंधित पोस्ट देखें:-
- जमशेदपुर के पर्यटक स्थल
- देवघर के पर्यटक स्थल
- धनबाद के पर्यटक स्थल
- वाराणसी में घुमने की जगह
- Ranchi me Ghumne ki Jagah | रांची में घूमने की जगह
- Tourist Places in Gaya | गया के पर्यटक स्थल
- Tourist Places in Muzaffarpur | मुजफ्फरपुर में घुमने जगह
- Tourist Places in Aurangabad | Aurangabad me ghumne ke Jagah
- Mumbai me Ghumne ki Jagah | Tourist Places in Mumbai
- Goa me Ghumne ki Jagah | गोवा में घुमने की जगह
- Top 10 Himachal Pradesh Tourist Places | Himachal Pradesh me Ghumne ki Jagah
- Top 10 tourist Places in Uttarakhand |Uttarakhand me ghumne ki jagah
- Top 7 Tourist Places in kolkatta | कोलकाता के पर्यटन स्थल
- Patna me Ghumne ka jagah | Tourist Places in Patna
- 11+ Gujarat me ghumne ki jagah | Tourist Places in Gujarat in Hindi
- Top 9 Tourist Places in Kashmir | Kashmir me Ghumne ki Jagah
- 10 Rajgir me Ghumne ki Jagah | Tourist places in Rajgir
- Hyderabad me Ghumne ki Jagah | Top 10 Tourist places in Hyderabad
- Kurukshetra me ghumne ki jagah | कुरुक्षेत्र में घूमने की जगह
- Haridwar me Ghumne ki Jagah |हरिद्वार में घूमने की जगह
- Kerala Me Ghumne ki Jagah |Top 11+ Places to Visit in Kerala
- Dehradun Me Ghumne ki Jagah|देहरादून में घूमने की जगह
- Jodhpur Me Ghumne ki Jagah | जोधपुर में घूमने की जगह
- Top 10 Tourist places Ranikhet In Hindi | रानीखेत में घूमने की 10 खूबसूरत जगहें
- 9+Jabalpur Me Ghumne ki Jagah |जबलपुर में घूमने की जगह
- 7+Bangalore mai Ghumne ki jagah| बैंगलोर मैं घुमने की जगह
- Lucknow Me Ghumne ki jagah | लखनऊ में घूमने की जगह
- 9+Dehradun Me Ghumne ki Jagah|देहरादून में घूमने की जगह
3 thoughts on “ 10+Bhopal me ghumne ki jagah | भोपाल में घूमने की जगह”