Kerala Me Ghumne ki Jagah |Top 11+ Places to Visit in Kerala

केरल, भारत के दक्षिण पश्चिमी हिमाचल प्रदेश में स्थित एक आकर्षक पर्यटन स्थल है जो अपनी प्राकृतिक सौंदर्य और एकाधिकता के लिए प्रसिद्ध है। केरल को “दक्षिण का अपना देश” कहा जाता है, और यहां के सुंदर समुद्रतट, घाटी, वन्यजीव, और सांस्कृतिक धरोहर का एक अद्वितीय मेल है।केरल एक पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है Kerala Me Ghumne ki Jagah को अपनी प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर, और सामुद्रिक जीवन का आनंद लेने का मौका मिलता है। –

Table of Contents

1.Munnar Kerala Me Ghumne ki Jagah

Kerala Me Ghumne ki Jagah

मुन्नार, भारत के केरल राज्य के एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो अपनी प्राकृतिक सौन्दर्य और पूर्वी घाटों के बीच बसा हुआ है। यह जगह अपने आकर्षक शैली के उच्च घाटों, वनस्पति, और शांति से भरपूर माहौल के लिए प्रसिद्ध है।

मुन्नार का मुख्य आकर्षण है उसका आश्रय, जो 1600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और दक्षिण भारत के सबसे ऊंचे शिखरों में से एक है। यहाँ पर आपको ठंडी में बर्फबारी और खुदाई के लिए अवसर मिलते हैं।

मुन्नार की अन्य विशेषताएँ में वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र, अनेक प्रकार की चाय के बगीचे, और बहुत सी प्राकृतिक झीलें शामिल हैं। यहाँ के जंगलों में विभिन्न प्रकार के पशु-पक्षी भी देखे जा सकते हैं, जैसे कि एलिफैंट्स, टाइगर्स, और विभिन्न प्रजातियों के पक्षी।

मुन्नार के पास कई प्रकार के प्राकृतिक चश्मे भी हैं, जैसे कि आनामुडि, मेत्तुपेट्टि, और लॉक्हरमा, जो पानी की गिरने वाली ऊंचाइयों से गिरते हैं।

मुन्नार का मौसम गर्मियों में शीतल और शीतकाल में सर्दी के साथ-साथ वर्षा के मौसम के रूप में परिणत होता है, इसलिए आप जब भी वहाँ जाएं, आपको एक नया और अद्वितीय अनुभव मिलेगा।

इसके रूप में, मुन्नार एक प्राकृतिक सौंदर्य और शांति का संरचन है, जो पर्यटकों के लिए आत्मा को शांति और सुकून का अहसास कराता है।

2.केरल टूरिस्ट प्लेस थेक्कडी (Thekkady)

Kerala Me Ghumne ki Jagah

थेक्कडी (Thekkady), केरल राज्य, भारत में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो प्रियादर्शिनी वन्यजीव अभयारण्य के रूप में प्रसिद्ध है। यह स्थल अपने प्राकृतिक सौंदर्य, वन्यजीव संरक्षण, और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है, जिसका मुख्य आकर्षण पेरियार टाइगर रिजर्व है।

थेक्कडी में पेरियार नदी के किनारे स्थित यह अभयारण्य भारत के तामिलनाडु राज्य से मिलता है और यहाँ की जंगली वन्यजीवों के लिए एक सुरक्षित स्थल है। यहाँ पर टाइगर, इलिफेंट, गौर, जगुआर, और विभिन्न प्रकार के हरिण जैसे वन्यजीव पाए जाते हैं।

थेक्कडी अभयारण्य के अलावा, यहाँ पर बुद्धिमत्ता और तात्त्विकता का एक अद्वितीय साथ भी मिलता है। ध्यान और मेडिटेशन के लिए यहाँ के अलग-अलग आश्रय उपलब्ध हैं, जो पर्यटकों को अपने आत्मा के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान करते हैं।

थेक्कडी के पास कई प्रकार के प्राकृतिक सौंदर्य स्थल हैं, जैसे कि पेरियार झील, मुरिक्काडु, चेलारकोविल, और गोर्गे टाट्टु। यहाँ पर पर्यटक जंगली सफारी, बाट यात्रा, और वन्यजीव दर्शन के लिए आ सकते हैं और अपने प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।

थेक्कडी एक अद्वितीय पर्यटन स्थल है जो प्राकृतिक सौंदर्य, वन्यजीव संरक्षण, और आध्यात्मिक अनुभव का मिलन स्थल है। यह यात्रा के लिए एक आत्मा चूमने वाला स्थल है जो प्राकृतिक वातावरण का समृद्धी से अध्ययन करने के लिए आकर्षित करता है।

3.केरल टूरिस्ट प्लेस कोवलम (Kovalam)

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कोवलम, केरल राज्य, दक्षिण भारत के सुंदर समुंदर किनारे पर स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह समुद्र तट के सुंदर और सफेद सैंड बीचों के लिए प्रसिद्ध है और आध्यात्मिकता और विश्राम के लिए भी प्रसिद्ध है।

कोवलम के पास तीन प्रमुख बीच हैं – लाइटहाउस बीच, हौव्ड बीच, और सामुद्र बीच, जो पर्यटकों के बीच बहुत पॉपुलर हैं। इन बीचों पर सैलिंग, सर्फिंग, और समुद्र तट की जांच करने का मौका मिलता है।

कोवलम में एक प्रमुख आकर्षण थांगास्सेरी बीच है, जो चाय के बागों और पैदल चलने के लिए एक पर्यापन स्थल के रूप में जाना जाता है।

कोवलम का मौसम अधिकांश समय बहुत आग्रहपूर्ण होता है और यहाँ के बीच गर्मियों में सुनहरा और सर्दियों में मनोरंजन का सीजन होता है।

कोवलम के पास अनेक प्रकार के होटल, रेस्टोरेंट, और आध्यात्मिक आश्रम हैं, जो पर्यटकों को अपनी आवश्यकताओं के आधार पर विकल्प प्रदान करते हैं। इसके अलावा, कोवलम में योग और मेडिटेशन के लिए भी प्रसिद्ध स्थल है, जिससे आध्यात्मिकता की दिशा में एक अद्वितीय अनुभव मिलता है।

कोवलम के सुंदर बीच, आध्यात्मिक वातावरण, और आरामदायक मौसम ने इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बना दिया है, जहाँ आप अपने अवकाश को खास बना सकते हैं।

4.केरल टूरिस्ट प्लेस बेकल (Bekal)

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बेकल एक प्राचीन और आकर्षक पर्यटन स्थल है, जो केरल राज्य के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित है। यहाँ की मुख्य आकर्षण है बेकल किला, जो समुद्र के किनारे पर सुंदरता से खड़ा है और एक गहन ऐतिहासिक महत्त्व के साथ जुड़ा हुआ है।

बेकल किला का निर्माण 17वीं सदी में बदला गया था, और यह इसके गुफाएँ, विशाल दीवारें, और दरवाजे के लिए प्रसिद्ध है। इसकी गहन वास्तुकला और सुंदर प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ, यह एक बड़े इतिहास की खुदाई का भी स्थल है। आप यहाँ पर बेकल किले के आस-पास की खूबसूरत समुद्र तट का भी आनंद उठा सकते हैं, जो एक पर्यटक के लिए आत्मा को शांति और सुकून का अहसास कराता है।

बेकल किला के पास ही एक बड़ी और प्राकृतिक झील है, जिसे बेकल झील के रूप में जाना जाता है। यह झील एक प्राकृतिक रूप से आयोजित होने वाले नाव-पानी के कार्यक्रमों के लिए भी प्रसिद्ध है और पर्यटकों के बीच मशहूर है।

बेकल के पास ही एक छोटा समुद्र तट गांव भी है, जो शांत और आरामदायक बीच के लिए पर्याप्त है। यहाँ का स्वादिष्ट समुद्री भोजन और मात्रात्मक अवसर के लिए प्रसिद्ध है। इसके रूप में, बेकल एक पूर्वाग्रही पर्यटन स्थल है जो ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए उपयुक्त है।

5.केरल टूरिस्ट प्लेस कोझिकोड(Kozhikode)

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कोझिकोड, जिसे कालिकट (Kozhikode) भी कहा जाता है, केरल राज्य का एक महत्वपूर्ण शहर है जो मालबार किनारे पर स्थित है। यह एक प्राचीन और समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर से भरपूर शहर है, जिसमें एक सुंदर समुद्र तट और प्राकृतिक सौंदर्य सम्मिलित होते हैं।

कोझिकोड के सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण में से एक है कोझिकोड बीच, जो एक खूबसुरत समुद्र तट पर स्थित है। यहाँ आप समुद्र तट की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं, समुंदर किनारे पर सैर कर सकते हैं और स्वादिष्ट समुद्र खाना भी आसानी से उपलब्ध है।

कोझिकोड का इतिहास भी बहुत रिच है, और यह एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र रहा है, जिसमें वाणिज्यिक संबंधों का एक महत्वपूर्ण नोड होता है। यहाँ के व्यापारी गलियों में अनूठे और प्राचीन बाजार होते हैं, जिनमें आप शौक और खरीदारी का आनंद ले सकते हैं।

कोझिकोड के आसपास कई प्राकृतिक सौंदर्य स्थल हैं, जैसे कि वायनाड घाटी, थुडियल्लुर, और बेकल फोर्ट, जो ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।

कोझिकोड के विशेष स्वादिष्ट खाने की व्यवस्था भी है, और यहाँ के समुद्र खाने और स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड के प्रेमिकों के लिए एक स्वर्ग है। इसके अलावा, कोझिकोड के लोग अपने सांस्कृतिक समर्पण और आत्मीयता के लिए प्रसिद्ध हैं, और यहाँ पर साल भर में अनेक समुद्र और काला कला के आयोजन होते हैं।

कोझिकोड एक आत्मा को प्रसन्न करने और उसे अपने सौंदर्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का आनंद लेने के लिए एक महान स्थल है।

6.केरल टूरिस्ट प्लेस अलप्पुजा (Alleppey)

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अलप्पुजा, केरल राज्य के एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है और यह भारत के सबसे सुंदर वेणीज बोट सफारियों का घर माना जाता है। यह एक सुंदर तटीय नगर है जो बेकाबू कर देता है और पर्यटकों को अपनी प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर, और पानी के माध्यम से जुड़े अनगिनत अनुभव प्रदान करता है।

अलप्पुजा की प्रमुख आकर्षणों में वेणीज बोट सफारियां शामिल हैं, जिन्हें यहाँ के कायल और नैटुरल चैनल्स के माध्यम से पर्यटकों को जलप्रेमी अनुभव देते हैं। यहाँ पर आप चार्मिंग हाउसबोट्स और शिकारा जैसी वेणीज सफारियों का आनंद ले सकते हैं, जिनमें आपको आत्मा को शांति और सुकून का अहसास होता है।

इसके अलावा, अलप्पुजा के पास कई प्राकृतिक झीलें, बीच, और नाड़ियों का संग्रहण है, जिनमें आप जलप्रेमी और पक्षी दर्शन का आनंद ले सकते हैं।

अलप्पुजा के पास एक आधुनिक पर्यटन संरचना भी है, जिसमें होटल, रेस्टोरेंट्स, और दुकानें शामिल हैं, जिनमें पर्यटकों को स्थानीय खाने का स्वाद और केरल की सांस्कृतिक धरोहर का मजा लेने का अवसर मिलता है।

सम्पूर्ण रूप से, अलप्पुजा एक आदर्श स्थल है जहाँ पर्यटकों को सौंदर्य, शांति, और पर्यापन का एक अनूठा अनुभव मिलता है।

7. केरल टूरिस्ट प्लेस वागमोन (Vagamon)

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वागमोन, भारत के केरल राज्य के एक छोटे से पर्यटन स्थल के रूप में मशहूर है, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और पर्वतीय प्राकृतिक वातावरण के लिए जाना जाता है। यह स्थल शांति, हरियाली, और प्राकृतिक सौंदर्य का परिचय कराता है और प्राकृतिक शांति के इस अद्वितीय स्वर्ग के रूप में जाना जाता है।

वागमोन के मुख्य आकर्षणों में हरित प्राकृतिक घाटियाँ, सुंदर घाटी, और उच्च पर्वतीय इलाके शामिल हैं। यहाँ के वन्यजीवों का आवास है, और प्राकृतिक वातावरण में ट्रेकिंग और हाइकिंग का अद्वितीय अनुभव होता है।

वागमोन के आस-पास कई छोटे-बड़े झीलें हैं, जैसे कि वागमोन पाल, वागमोन मीडो झील, और ऊट्टुकुन्नु पाल, जो बोटिंग और फिशिंग के लिए आकर्षण हैं।

वागमोन का मौसम साल के अधिकांश समय में शीतल और आरामदायक रहता है, जिससे यह एक पर्यापन के लिए आदर्श स्थल बन जाता है। यहाँ पर घास के मैदान, फॉरेस्ट ट्रेक, और स्वामित्य के तहत कई पर्यटकों के लिए आदर्श विकल्प होते हैं।

वागमोन एक शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक है जो पर्यटकों को प्राकृतिक वातावरण का आनंद लेने का अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।

8.केरल टूरिस्ट प्लेस त्रिवेंद्रम(Trivandrum)

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त्रिवेंद्रम (Trivandrum) केरल राज्य की राजधानी है और यह दक्षिण भारत का एक प्रमुख नगर है। यह नगर अपनी ऐतिहासिक महत्ता, प्राकृतिक सौंदर्य, और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है।

त्रिवेंद्रम नगर के पास एक शांत और सुंदर समुंदर किनारा है, जिसका नाम है कीरला का किनारा (Kerala’s Coast)। यहाँ पर आपको सुंदर समुंदर किनारे का आनंद लेने का मौका मिलता है, और तापमान के मध्यवर्ग में आपको साल के प्रायः सभी समयों में आरामदायक मौसम मिलता है।

त्रिवेंद्रम एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का केंद्र है। यहाँ पर कई प्राचीन मंदिर, गिरजाघर, और म्यूजियम हैं, जो भारतीय इतिहास और संस्कृति की गहरी जानकारी प्रदान करते हैं।

त्रिवेंद्रम के पास एक गहरे हरित रंगों के बगीचे भी हैं, जिनमें सुंदर फूलों की किस्में खिलती हैं। यह नगर केरल की महत्त्वपूर्ण शिक्षा केंद्रों में से एक है और यहाँ पर विभिन्न विश्वविद्यालय और शिक्षा संस्थान स्थित हैं।

त्रिवेंद्रम के एक और महत्त्वपूर्ण आकर्षण हैं जो इसको एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाते हैं, वह है स्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर, जो एक प्राचीन और प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है और यहाँ के सांस्कृतिक महत्त्व का प्रतीक है।

सम्पूर्ण रूप से, त्रिवेंद्रम एक सुंदर और सांस्कृतिक धरोहर से भरपूर नगर है जो भारतीय सभ्यता और प्राकृतिक सौंदर्य की गरिमा को प्रकट करता है।

9.केरल टूरिस्ट प्लेस आथिरपल्ली जलप्रपात (Athirapally)

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आथिरपल्ली जलप्रपात, केरल राज्य के वीरपुरम जिले में स्थित है, और यह भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और विशाल जलप्रपात के लिए प्रसिद्ध है। यह जलप्रपात चालकों, फोटोग्राफर्स, और प्राकृतिक सौंदर्य के प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

आथिरपल्ली जलप्रपात की विशेषता उसका विशालतम जलप्रपात होने के बावजूद उसका प्राकृतिक सौंदर्य है। जलप्रपात के जल के झरने का दृश्य खूबसूरत होता है और वनस्पति से घिरा हुआ होता है, जिससे यह एक अद्वितीय प्राकृतिक स्थल बन जाता है।

आथिरपल्ली जलप्रपात के आस-पास की आपसी हिल फॉरेस्ट जानवरों के लिए एक महत्वपूर्ण आवास स्थल है और यहाँ आपको वन्यजीवों के साथ समय बिताने का मौका मिलता है।

यहाँ पर आप जलप्रपात के पास एक प्राकृतिक पुल भी देख सकते हैं, जो जलप्रपात के दोनों ओर के खूबसूरत दृश्य को आपके सामने प्रस्तुत करता है।

आथिरपल्ली जलप्रपात के पास कई छोटे-बड़े हॉटल्स और रेस्टोरेंट्स हैं, जहाँ आप स्वादिष्ट केरली भोजन का आनंद ले सकते हैं और इस खूबसूरत स्थल का आनंद ले सकते हैं।

आथिरपल्ली जलप्रपात भारतीय प्राकृतिक सौंदर्य का एक प्रतीक है और यह एक शांति और सुकून भरा अनुभव प्रदान करता है, जो पर्यटकों के लिए यादगार होता है।

10.केरल टूरिस्ट प्लेस नेल्लियाम्पाठी (Nelliyampathy)

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नेल्लियाम्पाठी, केरल राज्य के पलक्कड जिले में स्थित एक गहरे अरण्य और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर पर्वतीय स्थल है। इस खूबसूरत पहाड़ी स्थल को “केरल के उपहार” के रूप में जाना जाता है और यहाँ के आकर्षण आपको एक अनूठा प्राकृतिक अनुभव प्रदान करते हैं।

नेल्लियाम्पाठी के पहाड़ों की ऊँचाइयों से आपको प्राकृतिक खूबसूरती का आदिकार मिलता है, जहाँ पर्वतीय जंगल, घने वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र, और विविधता से भरपूर पौधों का आदान-प्रदान होता है।

नेल्लियाम्पाठी का मौसम वर्षा के मौसम के साथ-साथ ठंडे मौसम के रूप में भी परिणत होता है, जिससे यह एक आकर्षक स्थल बनता है जहाँ आप गर्मियों में शीतलता का आनंद और सर्दियों में सुंदर बर्फबारी का आनंद ले सकते हैं।

नेल्लियाम्पाठी के पास कई प्रकार के फार्महाउस और चाय बगीचे होते हैं, जहाँ आप खुदाई और खेती के तरीकों को जान सकते हैं। यहाँ की स्थलीय जीवनशैली और संस्कृति भी दर्शाने लायक हैं, जो पर्यटकों के लिए एक शांति और प्राकृतिक संबंध का अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं।

नेल्लियाम्पाठी एक छोटे और शांत गाँव के रूप में जाना जाता है और यहाँ पर आपको निर्विकारता की अनूठी भावना मिलेगी, जो आपके अवसरों को यादगार बना देगी।

11.केरल टूरिस्ट प्लेस कुमाराकोम (Kumarakom)

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कुमाराकोम, केरल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थल वेम्बानाडु झील के किनारे स्थित है और अपनी अद्वितीय बैकवॉटर की वजह से लोकप्रिय है।

कुमाराकोम एक शांत और आरामदायक स्थल है, जो पर्यटकों को अपने अस्तित्व की सही मान्यता करने का मौका देता है। यहाँ के प्राकृतिक दृश्यांचन, पक्षी दर्शन, और शैलीशास्त्रीय आवास की व्यवस्था अपने आप में अद्वितीय हैं।

कुमाराकोम के प्रमुख आकर्षण में वेम्बानाडु झील है, जो अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर आप बोट सवारी का आनंद ले सकते हैं और झील के किनारे की खूबसूरत छोटी-छोटी द्वीपों पर घूम सकते हैं।

कुमाराकोम एक पक्षीकार का स्वर्ग है, और यहाँ पर आपको अनेक प्रकार के पक्षी जैसे कि किंगफिशर, हेरन, और पेलिकन जैसे उद्घाटन और चायितन्य के अलावा भी देख सकते हैं।

कुमाराकोम एक आदर्श ग्रीन टूरिज्म स्थल है, जो प्राकृतिक तौर पर सुरक्षित है और पर्यावरण के प्रति सजगी को प्रमोट करता है। यह एक शांति और सुकून का स्थल है जो पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है।

12.केरल टूरिस्ट प्लेस कोच्चि (Kochi)

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कोच्चि, केरल राज्य का एक प्रमुख नगर है जो दक्षिण भारत में व्यापक प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर, और व्यापारिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह नगर अरब सागर के किनारे पर स्थित है और एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में लोकप्रिय है.

कोच्चि का सबसे विशेष आकर्षण है “कोच्चि फ़ोर्ट” जो पुराने समय की एक महत्वपूर्ण डच और पोर्चुगीज बंदरगाह के रूप में सुधार किया गया है। यहाँ पर आप उसके प्राचीन गलियों, चर्चों, और व्यापारिक इलाकों को देख सकते हैं, जिनमें बड़ी और छोटी दुकानें हैं।

कोच्चि को “केरल का राजा” भी कहा जाता है, जिसमें प्राकृतिक खूबसूरती के साथ-साथ एक सांस्कृतिक समृद्धि होती है। यहाँ के लोग अपनी विविधता से प्रसिद्ध हैं और उनकी मुख्य भाषा मलयालम है, लेकिन अंग्रेजी भी व्यापारिक भाषा है।

कोच्चि के अन्य प्रमुख आकर्षण में “मटांचेरी पैलेस” और “स्टीलो चर्च” शामिल हैं, जो भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

कोच्चि नगर अपने समृद्ध विभिन्नता, सुंदर समुंदर किनारों, और सांस्कृतिक धरोहर के साथ यात्रीगण को एक यादगार अनुभव प्रदान करता है, जो इस भारतीय नगर को एक अद्वितीय और विशेष स्थान बनाता है।

13.केरल टूरिस्ट प्लेस वर्कला (Varkala)

Kerala Me Ghumne ki Jagah

वर्कला, केरल राज्य के मलबार किनारे पर स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जिसे सहायाद्री पर्वतों की खारी और अरब सागर के तट के बीच बसा हुआ है। यह एक छोटा सा किनारा है, लेकिन इसकी प्राकृतिक सौंदर्य और आत्मिक शांति वाले माहौल के लिए प्रसिद्ध है।

वर्कला का प्रमुख आकर्षण है उसकी खास प्राकृतिक छत्तेदार चट्टानें, जो उच्चतम समुद्र किनारे पर विशाल हैं और अपने शीर्षकों से चुराहट करती हैं। इन चट्टानों से देखा जाने वाला समुद्री दृश्य आपको अच्छी तरह से वायुमंडलीय बना देगा।

वर्कला के पास एक अनूठा और प्राकृतिक चट्टान का आश्रय है, जिसे जनता “वर्कला प्लिफ” कहती है। यहाँ पर आप सूर्यास्त के समय अत्यंत सुंदर दृश्य का आनंद ले सकते हैं, जब सूरज का पानी में डूबना लगभग आसमान के साथ मिलता है।

वर्कला का एक अन्य प्रमुख आकर्षण है पापानाशिनी बीच, जिसे पुनार्नवा नदी द्वारा निरंतर की गई है। यहाँ पर आप सुनसान समुद्र तट पर आकर्षक तटीय शैली का आनंद ले सकते हैं और ध्यान और साधना के लिए एक शांति द्वारा जाने जाते हैं।

वर्कला का मौसम साल के अधिकांश समय में शीतल और उच्च तापमान के साथ होता है, जो पर्यटकों को यहाँ का आनंद लेने का अवसर देता है। वर्कला एक शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का पर्यटन स्थल है जो पर्यटकों के लिए आत्मा को शांति और सुकून का अहसास कराता है।

केरल कैसे पहुँचें

  • हवाई यात्रा (हवाई यात्रा): सबसे आसान और समय बचाने वाला तरीका केरल पहुंचने का हवाई यात्रा है। केरल में तीन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं – कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (कोच्चि), त्रिवेन्द्रम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (तिरुवनंतपुरम), और कालीकट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (कोझिकोड)। आप किसी भी अंतरराष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से केरल तक पहुंच सकते हैं।
  • रेल यात्रा: भारतीय रेलवे केरल के प्रमुख शहरों को रेल मार्ग से जोड़ती है। आप किसी भी प्रसिद्ध रेल स्टेशन जैसे कि एर्नाकुलम जंक्शन, तिरुवनंतपुरम सेंट्रल, और कोझिकोड रेलवे स्टेशन पर उतर सकते हैं। ये भी एक सुझाव है.
  • सड़क यात्रा: केरल को सड़क मार्ग से भी पाहुंचा जा सकता है। आप अपने स्थान से अपनी जगह या बस से केरल तक पहुँच सकते हैं। केरल में अच्छी सड़क और राजमार्गों का भी विकास हो गया है।
  • जल यात्रा: केरल में पर्यटन के लिए जल यात्रा भी एक महत्वपूर्ण विकल्प हो सकती है। केरल में प्रसिद्ध बैकवाटर्स और नदियाँ हैं जहाँ आप हाउसबोट या शिकारा से यात्रा कर सकते हैं।

Kerala Map

FAQs

भारत में केरल कहाँ स्थित है?

केरल भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट पर अरब सागर के किनारे स्थित एक राज्य है।

केरल की राजधानी क्या है?

केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम है, जिसे त्रिवेन्द्रम के नाम से भी जाना जाता है।

केरल का उपनाम क्या है?

अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरे-भरे परिदृश्य के कारण केरल को अक्सर “भगवान का अपना देश” कहा जाता है।

केरल में प्रमुख पर्यटक आकर्षण क्या हैं?

केरल के कुछ प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में एलेप्पी के बैकवाटर, मुन्नार का हिल स्टेशन, कोवलम के समुद्र तट, फोर्ट कोच्चि जैसे ऐतिहासिक स्थल और पेरियार जैसे वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं।

केरल का भोजन किस लिए जाना जाता है?

केरल अपने विविध और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें अप्पम, डोसा, इडली, साद्य (पारंपरिक शाकाहारी दावत), समुद्री भोजन और नारियल आधारित करी जैसे व्यंजन शामिल हैं।

केरल का पारंपरिक नृत्य रूप क्या है?

केरल के पारंपरिक नृत्य रूप को कथकली के नाम से जाना जाता है, जो विस्तृत श्रृंगार और वेशभूषा के साथ एक अत्यधिक शैलीबद्ध और नाटकीय नृत्य है।

थेक्कडी क्या है?

थेक्कडी एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर एक पर्यटन स्थल है जो केरल के दक्षिणी भाग में स्थित है। यहाँ के वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र, घाटियों, और नीलगिरि पर्वत श्रृंगों के बीच अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य है।

थेक्कडी की विशेषता क्या है?

थेक्कडी की विशेषता उसकी प्राकृतिक खूबसूरती है, जिसमें घने जंगल, गर्मी के मौसम में ठंडक, और वन्यजीवों का आवास शामिल है। यह एक पर्यटक के लिए आत्मा को शांति और सुकून का अहसास कराने वाली जगह है।

मुन्नार किस लिए प्रसिद्ध है?

मुन्नार अपनी आश्चर्यजनक प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे चाय बागानों और शांत हिल स्टेशन वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यह अपने वन्य जीवन, ट्रैकिंग ट्रेल्स और ठंडी जलवायु के लिए भी जाना जाता है।

मुन्नार कैसे पहुँच सकता हूँ?

आप कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (लगभग 110 किमी दूर) या मदुरै हवाई अड्डे (लगभग 140 किमी दूर) के माध्यम से हवाई मार्ग से मुन्नार पहुँच सकते हैं। निकटतम रेलवे स्टेशन अलुवा है, जो मुन्नार से लगभग 110 किमी दूर है। आप सुंदर रास्तों से होते हुए सड़क मार्ग से भी मुन्नार पहुंच सकते हैं।

मुन्नार में स्थानीय व्यंजन क्या है?

मुन्नार विभिन्न प्रकार के स्थानीय केरल व्यंजन पेश करता है। आपको केरल साद्य, इष्टु के साथ अप्पम, चिकन करी के साथ मालाबार परोटा और ताज़ा समुद्री भोजन जैसे व्यंजन अवश्य आज़माने चाहिए।

कुमारकोम क्या है?

कुमारकोम भारत के केरल राज्य में स्थित एक आकर्षक गाँव है। यह अपने लुभावने बैकवाटर, शांत परिदृश्य और हरी-भरी हरियाली के लिए प्रसिद्ध है। कोट्टायम शहर के पास स्थित, कुमारकोम एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जो अपनी सुरम्य हाउसबोट सवारी और शांत वेम्बनाड झील के लिए जाना जाता है। पर्यटक बैकवाटर की शांति का अनुभव करने, पक्षियों को देखने का आनंद लेने और क्षेत्र के अद्वितीय पारिस्थितिकी तंत्र का पता लगाने के लिए कुमारकोम आते हैं।

कुमारकोम जाने का सबसे अच्छा समय क्या है?

कुमारकोम जाने का सबसे अच्छा समय मानसून के बाद और सर्दियों के महीनों के दौरान, सितंबर से मार्च तक है। मौसम सुहावना है और आप इस अवधि के दौरान आराम से बैकवाटर और बाहरी गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।

कुमारकोम में कुछ लोकप्रिय गतिविधियाँ क्या हैं?

कुमारकोम में लोकप्रिय गतिविधियों में शामिल हैं:
हाउसबोट परिभ्रमण
कुमारकोम पक्षी अभयारण्य में पक्षियों का अवलोकन
साइकिल से गाँव का भ्रमण
आयुर्वेदिक स्पा उपचार
बैकवाटर में मछली पकड़ना और कैनोइंग करना
कुमारकोम उन यात्रियों के लिए एक शांतिपूर्ण और स्फूर्तिदायक अनुभव प्रदान करता है जो शहरी जीवन की हलचल से छुट्टी लेना चाहते हैं।

कोच्चि किस लिए जाना जाता है?

कोच्चि, जिसे कोचीन के नाम से भी जाना जाता है, अपने सुरम्य बैकवाटर, ऐतिहासिक स्थलों, जीवंत संस्कृति और समृद्ध विरासत के लिए जाना जाता है। इसे अक्सर “अरब सागर की रानी” कहा जाता है।

क्या कोच्चि में कोई त्यौहार मनाया जाता है?

हाँ, कोच्चि पूरे वर्ष कई त्योहारों का आयोजन करता है। कोच्चि कार्निवल, कोचीन कार्निवल और कोच्चि-मुज़िरिस बिएननेल शहर में मनाए जाने वाले कुछ प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम हैं।

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