Patna me Ghumne ka jagah | Tourist Places in Patna

पटना, बिहार की राजधानी, एक ऐतिहासिक शहर है जो भारतीय सभ्यता और संस्कृति के लिए गर्व के साथ खड़ा है। यहां आपको रोमांचकारी यात्रा, सांस्कृतिक धरोहर, और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद मिलेगा। इस लेख में, हम आपको पटना में घूमने के कुछ शानदार स्थानों के बारे में बताएंगे:

Table of Contents

1. गोलघर Patna me Ghumne ka jagah

Patna me Ghumne ka jagah

पटना में ‘गोलघर’ एक विशेष जगह है जहां विभिन्न प्रकार के पशुओं और पक्षियों को रखा जाता है। यह गोलघर राजधानी पटना के सन्दर्भ में एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जो पशुपक्षियों के प्रदर्शनी, शिक्षा और मनोरंजन का अच्छा स्तर प्रदान करता है। यहां पर अनेक प्रकार के पशुओं जैसे कि बाघ, शेर, हाथी, जिराफ़, चिड़िया, भेड़िया और बगुला आदि को रखा जाता है।

पटना के गोलघर में विभिन्न प्रकार की पशुओं के शो का आयोजन किया जाता है जिससे पशुपक्षियों के साथ बच्चों और परिवार के सदस्यों को मनोरंजन मिलता है। यहां दृश्य, शिकारी और खुदाई के दर्शन के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरण और अंगविकल्पों का उपयोग किया जाता है। यह एक सबके लिए शिक्षाप्रद अनुभव प्रदान करने वाली स्थानिक प्रकृति के अंदर स्थापित है, जिससे प्राकृतिक संसार के संरक्षण और पशुपक्षियों के बारे में जागरूकता फैलती है।

कैसे पहुँचें :-

  1. सबसे पहले, अपने स्थान से पटना जूलॉजिकल पार्क तक का रास्ता जानें। इंटरनेट, नक्शे, या मोबाइल नेविगेशन का उपयोग करके सही रास्ता ढूंढें।
  2. जब तक आपके पास अपनी गाड़ी नहीं है, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। निकटतम बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन तक पहुंचें।
  3. पटना जूलॉजिकल पार्क का पता है: बुद्ध मार्ग, रजधानी गोल्फ कोर्स के पास, गणेश नगर, पटना, बिहार – 800007।
  4. आप टैक्सी, रिक्शा, या ऑटो रिक्शा का भी उपयोग कर सकते हैं जो पार्क तक पहुंचाएगा। आपको पूरे सवारी के प्रयास करके दिखाना चाहिए कि आप जूलॉजिकल पार्क जाना चाहते हैं।

2. नालंदा विश्वविद्यालय

Patna me Ghumne ka jagah

पटना से लगभग 95 किलोमीटर दूर एक महत्वपूर्ण शैक्षिक स्थल है – नालंदा विश्वविद्यालय। यह विश्वविद्यालय बिहार के नालंदा जिले में स्थित है और भारत के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक माना जाता है। इसका स्थापना 5 वीं शताब्दी में हुई थी और यह बौद्ध धर्म के महाविहारों में से एक था।

नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास बहुत धार्मिक और शैक्षिक महत्वपूर्ण है। इस विश्वविद्यालय में बौद्ध धर्म, वेद, व्याकरण, ज्योतिष, और अन्य विषयों का अध्ययन किया जाता था। यहां कई विद्यार्थी भारत और अन्य विदेशी देशों से आते थे और शिक्षा प्राप्त करते थे।

नालंदा विश्वविद्यालय अपने समय में एक अद्भुत शैक्षिक केंद्र था जो ज्ञान की खान होने के साथ-साथ विवेकशीलता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक भी था। इसके संबंध में महान बौद्ध धर्मगुरु चाणक्य और अर्थशास्त्रकार चाणक्य भी इस विश्वविद्यालय में शिक्षा लेने के लिए आए थे।

कैसे पहुँचें :-

  1. सबसे पहले, नालंदा विश्वविद्यालय के लिए सही रास्ता जानें। आप इंटरनेट या नक्शे का उपयोग करके या स्थानीय लोगों से पूछकर सही मार्ग का चयन कर सकते हैं।
  2. पटना से नालंदा विश्वविद्यालय जाने के लिए विभिन्न सार्वजनिक परिवहन विकल्प उपलब्ध होते हैं, जैसे कि बस या ट्रेन। आपको पटना रेलवे स्टेशन से या पटना के बस अड्डे से नालंदा के लिए बस या ट्रेन चुन सकते हैं।
  3. अगर आप बस से जाना चाहते हैं, तो नालंदा विश्वविद्यालय के निकटतम बस अड्डे तक पहुंचें। वहां से आपको नालंदा विश्वविद्यालय के गेट तक रिक्शा या टैक्सी ले सकते हैं।
  4. यदि आप ट्रेन से जाना चाहते हैं, तो पटना रेलवे स्टेशन से नालंदा जा सकते हैं। आपको नालंदा स्टेशन पर पहुंचने के बाद आप रिक्शा या टैक्सी का उपयोग कर सकते हैं जो विश्वविद्यालय के गेट तक पहुंचने में मदद करेगा।

3. गांधी मैदान

Patna me Ghumne ka jagah

पटना के गांधी मैदान भारत के बिहार राज्य के पटना शहर में स्थित एक प्रमुख सार्वजनिक मैदान है। यह मैदान पटना का सबसे बड़ा और व्यापक मैदान है जिसका क्षेत्रफल लगभग 60 एकड़ है। गांधी मैदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ऐतिहासिक स्थलों में से एक माना जाता है।

गांधी मैदान को पहले ‘पैटनी मैदान’ भी कहा जाता था, लेकिन इसे बाद में महात्मा गांधी की स्मृति में रखा गया। इस मैदान में पटना के अनेक महत्वपूर्ण इतिहासी घटनाएं हुई हैं।

गांधी मैदान के आसपास कई प्रमुख सरकारी और अनसरकारी दफ्तर, हॉस्पिटल, विभागीय अधिकारी, और अन्य सार्वजनिक भवन स्थित हैं। यहां पर अनेक सार्वजनिक विद्यालय भी स्थित हैं जो शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान देते हैं।

गांधी मैदान के दक्षिणी भाग में पटना का एक प्रमुख पर्वतीय मंदिर ‘पटनेश्वर शिव मंदिर’ स्थित है, जिसे लोग धार्मिक और आध्यात्मिक उद्देश्यों के लिए प्रासादित करते हैं।

गांधी मैदान एक महत्वपूर्ण उद्यान और विश्राम स्थल भी है, जहां लोग शाम के समय टहलने आते हैं और फूलों और हरियाली का आनंद लेते हैं। इसे स्थानीय लोगों के बीच व्यायाम, खेल, और सोशल गैदरिंग का मुख्य केंद्र भी माना जाता है।

कैसे पहुँचें :-

  1. सबसे पहले, अपने स्थान से गांधी मैदान तक का रास्ता जानें। इंटरनेट, नक्शे, या मोबाइल नेविगेशन का उपयोग करके सही रास्ता ढूंढें।
  2. गांधी मैदान पहुँचने के लिए सार्वजनिक परिवहन के बारे में भी विचार करें। यदि आपके पास नहीं है, तो टैक्सी, रिक्शा या ऑटो रिक्शा भी विकल्प हो सकते हैं।
  3. अपने निकटतम बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन तक पहुंचें, जो गांधी मैदान के निकटतम हो सकते हैं।
  4. यदि आपके पास संचार माध्यम है, तो आप गांधी मैदान के प्रबंधक से फोन पर या ईमेल के माध्यम से संपर्क करके यात्रा की विवरण प्राप्त कर सकते हैं।

4. पाटलिपुत्र के विश्वविद्यालय

Patna me Ghumne ka jagah

पाटलिपुत्र के विश्वविद्यालय, भारत के बिहार राज्य के पटना शहर में स्थित एक प्रमुख विश्वविद्यालय है। इसे शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में उच्चतम शैक्षिक स्तर पर जाना जाता है। पाटलिपुत्र के विश्वविद्यालय की स्थापना 1917 में हुई थी और यह भारत के सबसे पुराने संशोधन विश्वविद्यालयों में से एक है।

यह विश्वविद्यालय विभिन्न शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान करता है और विभिन्न स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों को प्रदान करता है। इसमें विज्ञान, वाणिज्य, कला, सामाजिक विज्ञान, संगणक विज्ञान, मानविकी, सामाजिक शास्त्र, और अन्य विषयों का अध्ययन किया जाता है।

पाटलिपुत्र के विश्वविद्यालय में एक विशाल और आधुनिक कैम्पस है जिसमें विभिन्न शिक्षा और अनुसंधान सुविधाएं हैं। विद्यार्थियों को विभिन्न शैक्षिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का भी अवसर मिलता है।

पाटलिपुत्र के विश्वविद्यालय में अनेक शिक्षक, शोधकर्ता और छात्र शामिल हैं जो शिक्षा, विज्ञान, और भौतिकी के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं। इस विश्वविद्यालय का लक्ष्य विज्ञान और तकनीकी शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समृद्धि को प्रोत्साहित करना है।

कैसे पहुँचें :-

  1. सबसे पहले, अपने स्थान से पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय तक का रास्ता जानें। इंटरनेट, नक्शे, या मोबाइल नेविगेशन का उपयोग करके सही रास्ता ढूंढें।
  2. यदि आपके पास संचार माध्यम है, तो आप विश्वविद्यालय के संबंधित विभाग या प्रबंधन के संपर्क नंबर पर फोन करके या ईमेल करके यात्रा की विवरण प्राप्त कर सकते हैं।
  3. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के निकटतम बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन तक पहुंचें, जो विश्वविद्यालय के निकटतम हो सकते हैं।
  4. स्थानीय टैक्सी, रिक्शा, या ऑटो रिक्शा का उपयोग करके विश्वविद्यालय पहुंचें। आप यातायात के बारे में उनसे पूछ सकते हैं जो विश्वविद्यालय के परिसर के पास काम करते हैं।

5. जलमंदिर सरोवर

Patna me Ghumne ka jagah

जलमंदिर सरोवर एक प्राचीन और पवित्र सरोवर है जो भारत के बिहार राज्य में पटना शहर के निकट स्थित है। यह सरोवर पाटलिपुत्र (पटना) शहर की प्राचीनतम और महत्वपूर्ण जलस्त्रोतों में से एक माना जाता है। इसे भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर का अभिन्न अंग माना जाता है।

जलमंदिर सरोवर का समुद्र तल से ऊंचाई में कम होने के कारण, इसे लघु सरोवर के रूप में जाना जाता है। यह सरोवर बौद्ध धर्म के महाविहार गृद्धकूट विहार के पास स्थित है, जिसे धर्मिक और धार्मिक पुराणों में भी उल्लेख किया गया है।

जलमंदिर सरोवर को पुरातात्विक और प्राचीनता से भरपूर बनाया गया है। इस सरोवर का उपयोग बौद्ध भिक्षुओं के जल श्राद्ध के लिए किया जाता था, जिससे उन्हें शांति और ध्यान मिलता था। आज भी इस सरोवर का धार्मिक और पौराणिक महत्व है और यह धार्मिक पर्वाहों का स्थल बना हुआ है।

कैसे पहुँचें :-

  1. बसे पहले, अपने स्थान से पाटलिपुत्र के जलमंदिर सरोवर के रास्ते का पता करें। आप इंटरनेट या मोबाइल नेविगेशन का उपयोग करके इसका पता लगा सकते हैं।
  2. यदि आपके पास सार्वजनिक परिवहन का विकल्प है, तो आप बस या टैक्सी का उपयोग करके जलमंदिर सरोवर पहुंच सकते हैं।
  3. पाटलिपुत्र शहर के निकटतम बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन तक पहुंचें। वहां से आप जलमंदिर सरोवर के लिए ऑटोरिक्शा या रिक्शा भी कर सकते हैं।
  4. यदि आपको संचार माध्यम है, तो आप जलमंदिर सरोवर के प्रबंधक से फोन पर या ईमेल के माध्यम से संपर्क करके यात्रा की विवरण प्राप्त कर सकते हैं।

6.पटना संग्रहालय

पटना संग्रहालय बिहार के पटना शहर में स्थित एक महत्वपूर्ण संस्थान है जो भारतीय संस्कृति, ऐतिहासिक वस्तुएं, कला, और लोक-संस्कृति के श्रेष्ठतम प्रदर्शनियों को समेटता है। यह संग्रहालय विभिन्न युगों, विभिन्न राजाओं, और विभिन्न क्षेत्रों की सांस्कृतिक धरोहर को एकत्र करता है और लोगों को उन्हें देखने का अवसर प्रदान करता है।

पटना संग्रहालय में विभिन्न क्षेत्रों से संग्रहित वस्तुएं देखने का अवसर मिलता है, जैसे चित्रकारी, शिल्पकारी, सिक्के, विभिन्न युगों के वस्त्र, और अन्य ऐतिहासिक और कलात्मक वस्तुएं। यहां आप भारतीय वास्तुकला, शिल्प, और विरासत की समृद्धि को देखने का आनंद ले सकते हैं।

संग्रहालय के अंतर्गत विभिन्न गैलरीज और शाला होती है, जिनमें विभिन्न प्रकार के प्रदर्शनियों का आयोजन होता है। संग्रहालय के द्वारा अनेक कला और संस्कृति संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जो लोगों के बीच संस्कृति को बढ़ावा देने का मुख्य उद्देश्य रखते हैं।

पटना संग्रहालय एक महत्वपूर्ण शैक्षिक और पर्यटन स्थल है, जहां आपको भारतीय संस्कृति के विविधता और धरोहर का ज्ञान मिलता है। यहां आकर आप अपने संस्कृति और इतिहास के प्रति अधिक जागरूक हो सकते हैं और भारतीय विरासत का आनंद उठा सकते हैं।

कैसे पहुँचें :-

  1. वाहन से: पटना संग्रहालय शेखपुरा स्थित है और वाहन सेवाएं उपलब्ध हैं। आप टैक्सी, ऑटोरिक्शा, रिक्शा या खुद के वाहन का उपयोग करके संग्रहालय पहुँच सकते हैं।
  2. बस से: पटना में नगर निगम बस सेवाएं उपलब्ध हैं जो संग्रहालय के पास जाती हैं। आप बस सेवा का इस्तेमाल करके भी संग्रहालय पहुँच सकते हैं।
  3. रेलवे से: पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पटना संग्रहालय से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप टैक्सी, ऑटोरिक्शा या रिक्शा का उपयोग करके संग्रहालय पहुँच सकते हैं।
  4. हवाईअड्डे से: पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से पटना संग्रहालय तक करीब 6-7 किलोमीटर की दूरी है। आप यहां से टैक्सी या अन्य वाहन सेवाओं का उपयोग करके संग्रहालय पहुँच सकते हैं।

संग्रहालय के पहुँचने के लिए आप इन उपयुक्त तरीकों का उपयोग कर सकते हैं। यातायात के अनुसार आप इस संस्थान को आसानी से पहुँच सकते हैं और उसके शानदार प्रदर्शनियों का आनंद ले सकते हैं।

7.जालान हाउस (Jalan House) पटना

जालान हाउस (Jalan House) पटना, बिहार के एक प्रसिद्ध इमारत है। यह एक प्राचीन और स्थानीय महत्वपूर्ण संस्कृति स्थल है जो पटना के शहरी एरिया में स्थित है।

जालान हाउस का नाम जालान खानदान से जुड़े जल्दी व्यापारी और समृद्ध व्यक्तियों के नाम पर रखा गया है। इसे 19वीं सदी में निर्मित किया गया था और इसमें मिश्रित भारतीय और व्यक्तिगत स्तूपशैली का प्रयोग किया गया है।

जालान हाउस की संरचना बड़े और खूबसूरत दीवारें, अलंकरण, और दरवाजे से सुसज्जित है। इसमें छतें, झरोखे, और मिनारें का भी शानदार दृश्य है। जालान हाउस को आर्किटेक्चरल ब्यूटी के लिए भी जाना जाता है, और यह ऐतिहासिक और कलात्मक महत्वपूर्णता रखता है।

जालान हाउस के आस-पास एक शानदार मार्केट है जो भारतीय और विदेशी वस्तुओं की विविधता को पेश करता है। यहां आप भारतीय कला, शिल्प, गहने, और अन्य स्थानीय वस्तुएं खरीद सकते हैं।

जालान हाउस पटना में पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल है जो उन्हें इमारती सुंदरता, ऐतिहासिकता, और कला का आनंद लेने का अवसर प्रदान करता है। यहां जाकर आप भारतीय संस्कृति के धरोहर को और भी अधिक जान सकते हैं और अपनी यात्रा को यादगार बना सकते हैं।

कैसे पहुँचें :-

  1. वाहन से: जालान हाउस पटना के शहरी क्षेत्र में स्थित है। आप टैक्सी, ऑटोरिक्शा, रिक्शा या अन्य वाहन सेवाएं उपयोग करके इसे पहुँच सकते हैं।
  2. बस से: पटना में नगर निगम बस सेवाएं उपलब्ध हैं जो जालान हाउस के पास जाती हैं। आप बस सेवा का इस्तेमाल करके भी जालान हाउस पहुँच सकते हैं।
  3. रेलवे से: पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन जालान हाउस से लगभग 6-7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप टैक्सी, ऑटोरिक्शा या रिक्शा सेवा का उपयोग करके जालान हाउस पहुँच सकते हैं।
  4. हवाई अड्डे से: पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जालान हाउस तक लगभग 6-7 किलोमीटर की दूरी है। आप यहां से टैक्सी या अन्य वाहन सेवाओं का उपयोग करके जालान हाउस पहुँच सकते हैं।

आप इन उपयुक्त तरीकों का उपयोग करके आसानी से जालान हाउस पहुँच सकते हैं। यह एक प्रसिद्ध और स्थानीय संस्कृति स्थल है, जिसमें आपको भारतीय और विदेशी वस्तुओं की विविधता का आनंद लेने का मौका मिलेगा।

Asked Question

पटना का प्राचीन इतिहास क्या है?

पटना एक प्राचीन शहर है और इसका इतिहास लगभग 2500 साल पुराना है। यह पाटलिपुत्र नामक ग्रीक शहर की स्थापना से जुड़ा हुआ है, जो मौर्य साम्राज्य के समय में बना था।

पटना में घूमने लायक स्थान कौन-कौन से हैं?

पटना में घूमने के लिए कई प्रसिद्ध स्थान हैं। इनमें नालंदा विश्वविद्यालय, गोलघर, कुमहरार, ताक्साल, पाटलिपुत्र के पुरातात्विक स्थल जैसे यात्रा के लिए लोकप्रिय स्थान हैं।

पटना में पर्वतारोहण के लिए लोकप्रिय स्थान कौन-कौन से हैं?

पटना के निकटतम पर्वतारोहण स्थल नालंदा और राजगिर हैं। यहां पर्वतारोहण के शौकीन लोग ट्रेकिंग और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।

पटना के खास मेले और उत्सव कब होते हैं?

पटना में विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक उत्सव आयोजित किए जाते हैं। छठ पूजा, पटना साहिब गुरुद्वारा के प्रकाश पर्व, सोनपुर मेला, और शितला माता मेला कुछ प्रमुख उत्सव हैं जो पटना में खास रूप से मनाए जाते हैं।

पटना के खास विश्राम स्थल कौन-कौन से हैं?

पटना में आप कुमहरार पार्क, गांधी स्मृति पार्क, बिहार विश्वविद्यालय कैंपस, बेल्ला रोड एक्सपो, रोज गेंदा पार्क, एक्सिबिशन रोड के पार्क जैसे खास विश्राम स्थल जा सकते हैं।

पटना संग्रहालय क्या है?

पटना संग्रहालय एक स्थानीय संस्कृति स्थल है जो पटना, बिहार के शहरी क्षेत्र में स्थित है। यह भारतीय संस्कृति, ऐतिहासिक वस्तुएं, कला, और लोक-संस्कृति से जुड़ी प्रदर्शनियों को समेटता है।

पटना संग्रहालय का समय क्या है?

पटना संग्रहालय शनिवार से बुधवार तक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुलता है। यह रविवार को बंद रहता है।

पटना संग्रहालय का प्रवेश शुल्क क्या है?

पटना संग्रहालय के प्रवेश शुल्क की जानकारी आप संग्रहालय की आधिकारिक वेबसाइट या संस्थान के प्रत्याशी ऑफिस से प्राप्त कर सकते हैं।

पटना संग्रहालय के पास पार्किंग सुविधा है?

हां, पटना संग्रहालय के पास वाहनों के लिए पार्किंग सुविधा उपलब्ध है। आप यहां अपनी गाड़ी को पार्क कर सकते हैं।

पटना संग्रहालय में कैमरा और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने की अनुमति है?

आमतौर पर, संग्रहालयों में कैमरा और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं होती है। लेकिन, यह विभिन्न संग्रहालयों पर भिन्न हो सकता है। आपको संग्रहालय के नियमों का पालन करना चाहिए।

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24 thoughts on “Patna me Ghumne ka jagah | Tourist Places in Patna”

  1. आपके द्वारा पटना में घूमने की जगह पर बहुत ही अच्छा आर्टिकल लिखा गया है इसके लिए आपका धन्यवाद |

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