उज्जैन भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक महत्वपूर्ण शहर है। यह नर्मदा नदी के किनारे स्थित है और महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए प्रसिद्ध है, जिसे महाकाल मंदिर भी कहा जाता है।यह शहर हिन्दू धर्म के तीर्थ स्थलों की एक भरमिय सूची में भी आता है और महाकालेश्वर मंदिर का महत्व अत्यधिक है। इस मंदिर में ज्योतिर्लिंग की पूजा की जाती है, और इसे एक प्रमुख धार्मिक और पैलिग्रिमेज स्थल के रूप में माना जाता है।Ujjain Me Ghumne Ki Jagah
1. ईस्कॉन मंदिर उज्जैन Ujjain Me Ghumne Ki Jagah

ऊजैन के ईस्कॉन मंदिर, भारत में स्थित एक प्रमुख हिन्दू मंदिर है जो इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्ण कॉन्शियसनेस (ISKCON) द्वारा प्रबंधित होता है। यह मंदिर भगवान कृष्ण की पूजा के लिए बनाया गया है और यह उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत में स्थित है।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हैं:
- यह मंदिर उज्जैन शहर के पश्चिमी भाग में स्थित है और इसके पास राम घाट के तट पर स्थित है।
- ISKCON Ujjain Mandir में भगवान कृष्ण और बालराम के मूर्तियाँ हैं, जिनकी पूजा यहाँ पर की जाती है.
- यह मंदिर उज्जैन के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है और कुंभ मेले के समय यहाँ बड़ी भगदद में भक्तों की भीड़ आती है.
- मंदिर के पास एक शांतिपूर्ण वातावरण है जो ध्यान और आध्यात्मिक अनुभव के लिए सुना जाता है.
- यहाँ पर भगवद गीता और अन्य आध्यात्मिक ग्रंथों के पाठ और उपदेश का आयोजन भी किया जाता है.
ईस्कॉन उज्जैन मंदिर एक आध्यात्मिक और शांतिपूर्ण स्थल है जो भगवान कृष्ण की भक्ति में लोगों को लिने का उद्देश्य रखता है और उज्जैन शहर के पर्यटकों और आध्यात्मिक अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।
2.राम मंदिर घाट उज्जैन

राम घाट उज्जैन का एक अत्यधिक पवित्र स्थल है, जिसके महत्व का एक विशेष इतिहास है। सुना जाता है कि देवताओं और राक्षसों के बीच अमृत के लिए मतभेद हो रहा था और इसी घाट पर अमृत की कुछ बूंदें गिरी थीं। इसलिए यह स्थल अत्यधिक पवित्र माना जाता है।
यहां हर 12 वर्ष में कुम्भ मेला आयोजित होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु इस घाट पर स्नान करने आते हैं। इस पवित्र घाट पर स्नान करने से व्यक्ति को शुभ और सौभाग्य की प्राप्ति होती है, और लोग मानते हैं कि यहां स्नान करने से सभी पाप धूल जाते हैं।
इसी स्थल पर श्री राम और उनकी पत्नी सीता ने अपने पूर्वजों का श्राद्ध और तर्पण किया था, और इस कारण से इसे राम घाट के नाम से जाना जाता है।
3.महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन Mahakaleshwar Mandir In Hindi

महाकालेश्वर मंदिर, जो उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत में स्थित है, एक प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थल है और भगवान शिव के लिए एक प्रमुख आराधना स्थल है। यह मंदिर भारत के 12 ज्योर्तिलिंग में से एक के रूप में माना जाता है और यहां भगवान शिव के महाकाल रूप की पूजा की जाती है। इसका इतिहास बहुत ही प्राचीन है और यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
महाकालेश्वर मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है और इसे महाभारत काल से जोड़ा जाता है। मंदिर का निर्माण महाकाल नामक एक राजा द्वारा किया गया था, और इसके बाद से यहां कई बार निर्माण का कार्य किया गया। मंदिर का पुनर्निर्माण मुग़ल सम्राट अजमेर के बादशाह अकबर के द्वारा किया गया था।
एक अन्य महत्वपूर्ण किंवदंती इसकी ओर से जाती है कि महाकालेश्वर मंदिर में होने वाले आरती में महाकाल रूपी शिव का आत्मा तिल अंधकार की ओर जाता है, जिससे मृत्यु का संकेत मिलता है, और फिर दोबारा सुप्रभात होता है, जिससे जीवन का प्रतीक मिलता है।
महाकालेश्वर मंदिर के प्रतिदिन कई पूजा और आरतियाँ होती हैं, और यहां के तीर्थयात्री लाखों संख्या में आते हैं, खासकर श्रावण मास के सोमवार को, जो महाकाल की आराधना के लिए विशेष महत्वपूर्ण होता है।
4.काल भैरव मंदिर उज्जैन

काल भैरव मंदिर उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत का एक प्रमुख हिन्दू धार्मिक स्थल है और यहाँ के महत्वपूर्ण धार्मिक और पौराणिक महत्व के कारण यह अद्वितीय है:
काल भैरव मंदिर उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत का एक प्रमुख हिन्दू धार्मिक स्थल है और यहाँ के महत्वपूर्ण धार्मिक और पौराणिक महत्व के कारण यह अद्वितीय है:
- स्थल का महत्व: काल भैरव मंदिर उज्जैन का महत्व भगवान शिव के एक अद्वितीय रूप, काल भैरव के अराधना के लिए है। यहाँ के मंदिर में काल भैरव का प्रतिमा स्थित है, और यहाँ पर भगवान की पूजा विशेष आस्था और भक्ति के साथ की जाती है।
- ज्योतिषिय महत्व: उज्जैन को महाकाल पुरी भी कहा जाता है और यह ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग भी इसी शहर में स्थित है, और यह ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण है।
5.कुंभ मेला उज्जैन

कुंभ मेला उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत का एक प्रमुख धार्मिक मेला है जो हरिद्वार, प्रयाग, और नशिक के साथ भारत के चार प्रमुख कुंभ मेलों में से एक है। यह मेला हर बरस में आयोजित होता है और यह हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है।
उज्जैन, मध्य प्रदेश के उपनगरीय इलाके में स्थित है और मेले का मुख्य केंद्र है। यह मेला महाकुम्भ के रूप में भी जाना जाता है, और इसे पूर्णिमा को स्नान करने के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं।
कुंभ मेला उज्जैन के द्वारा नीरजलंघ यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण होता है, जो यहां आकर अपने पापों से मुक्ति प्राप्त करने का संकल्प लेते हैं।
6.डब्ल्यू डब्ल्यू एफ वाटर पार्क उज्जैन

उज्जैन शहर अपनी आध्यात्मिकता के लिए बहुत प्रसिद्ध है, लेकिन इस शहर में आपको मनोरंजन की सुविधा भी मिल जाती है। इन सारे मंदिरों में जाने के बाद आपको कुछ मस्तीभरी जगहों पर भी घूमना चाहिए। इस वाटरपार्क में बच्चे व बड़ो के लिए सुविधत्मक पुल बनाए गए हैं, जहां आप बहुत से स्लाइड और राइड का लुफ्त उठा सकते हैं। यहां आप अपने परिवार, पार्टनर और दोस्तों के साथ मस्ती के कुछ पल बिता सकते हैं, इस वाटरपार्क में रिजॉर्ट भी है, जहां आपके ठहरने का प्रबंध भी है।
7. जंतर मंतर उज्जैन

जंतर-मंतर” एक प्राचीन गणितीय यंत्र का नाम है, जो कि वायुमंडलीय घड़ियां देखने और समय की मापदंड निर्धारित करने के लिए प्रयुक्त होता था। यह यंत्र भारत के विभिन्न भौगोलिक स्थलों पर पाया जाता है, जैसे कि जयसलमेर, उज्जैन, वराणसी, दिल्ली, जगन्नाथपुरी, और अलीपुर। इनमें से कुछ को जंतर-मंतर समुद्र क्षेत्रीय विज्ञान केंद्रों के रूप में उपयोग किया जाता है, जबकि दूसरे इन्हें पर्यटन स्थलों के रूप में बनाए गए हैं।
8. भर्तहरी केव उज्जैन

भर्तहरि गुफा एक ऐतिहासिक स्थल है जो राजा भर्तहरि के बड़े भाई सम्राट विक्रमादित्य के समर्पित है। यह गुफा गढ़कालिका मंदिर के पास स्थित है और इसका नाम राजा भर्तहरि के प्रति उनकी आध्यात्मिक विचारों और साधना के प्रति समर्पित है। इतिहास के अनुसार, राजा भर्तहरि विद्वान और धार्मिक व्यक्ति थे, जो अपने राजा धर्म, रिश्तों के महत्व को समझने के बाद दुनियावी मोह माया को त्यागकर इस गुफा में साधना करते थे। आज भी, उनकी समाधि इस गुफा में स्थित है और यहां का वातावरण शांति और ध्यान के लिए अत्यंत उपयुक्त है, जिसके कारण यह स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षक है।
9.चिंतामन गणेश मंदिर उज्जैन

चिंतामन गणेश मंदिर, उज्जैन, मध्यप्रदेश, भारत का एक प्रमुख हिन्दू मंदिर है जो हिन्दू धर्म के प्रमुख देवता गणेश को समर्पित है। यह मंदिर उज्जैन शहर के पश्चिमी किनारे पर स्थित है और यह महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के बगीचे के सामने है। चिंतामन गणेश मंदिर उज्जैन के तीन प्रमुख गणेश मंदिरों में से एक है, और यह मंदिर बड़े आकर्षण के रूप में जाना जाता है।
इस मंदिर का नाम “चिंतामन” है, जिसका अर्थ है “चिंता का नाश करने वाला”। लोग मानते हैं कि गणेश भगवान चिंता और परेशानियों को दूर करने में मदद करते हैं, इसलिए यहां आने वाले भक्त अपनी समस्याओं के समाधान के लिए इस मंदिर का दर्शन करने आते हैं।
चिंतामन गणेश मंदिर का स्थानिक महत्व भी है, और यह कुम्भ मेला के दौरान भी एक प्रमुख धार्मिक स्थल होता है। महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन के बाद, यह मंदिर भक्तों के द्वारा जरूर दर्शन किया जाता है।
10.सांदीपनि आश्रम उज्जैन

सांदीपनि आश्रम, जो उज्जैन, मध्यप्रदेश, भारत में स्थित है, एक प्रमुख आश्रम है जो हिन्दू धर्म के प्रमुख आध्यात्मिक स्थलों में से एक है। यह आश्रम महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के पास स्थित है, जो हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण है। यहाँ पर कई आध्यात्मिक गतिविधियाँ और पूजा पाठ की जाती हैं।
समुद्र मंथन के कथा में कहा गया है कि देवताओं और आसुरों के मध्य समुद्र मंथन के यज्ञ के बाद, सागर के बीच निकली ज्यों कि ज्यों अमृत कलश का प्रकाश दिखाई दिया, वहां से गुरु सांदीपनि के पास आई थी। इस प्रकार, वह स्थान सांदीपनि आश्रम के रूप में प्रसिद्ध हुआ।
इस आश्रम का महत्व यह था कि यहीं पर श्रीकृष्ण और उसके सखा सुदामा की शिक्षा हुई थी। श्रीकृष्ण ने यहां अपने गुरु सांदीपनि के अधीन रहकर विभिन्न विद्याओं की शिक्षा प्राप्त की थी, जिसमें गीता ज्ञान भी शामिल है। साथ ही, इसी आश्रम में उन्होंने अपने मित्र सुदामा को मिलकर दरिद्रता के बावजूद धनवान बना दिया था।
सांदीपनि आश्रम एक धार्मिक स्थल के रूप में महत्वपूर्ण है और भगवान श्रीकृष्ण के जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से का प्रतीक है। यह आश्रम उज्जैन, मध्य प्रदेश में स्थित है और धार्मिक परंपराओं के अनुसार यहां श्रद्धालुओं के द्वारका में जाने का स्थल माना जाता है।
11.मंगलनाथ मंदिर उज्जैन

यह मं्दिर उज्जैन, मध्यप्रदेश, भारत में स्थित है और भगवान मंगल को समर्पित है। यह मंदिर शिप्रा नदी के किनारे स्थित है और पहाड़ी क्षेत्र में बसा हुआ है, जिसके कारण यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। प्रति वर्ष इस मंदिर में बहुत अधिक श्रद्धालु आकर दर्शन करने आते हैं।
इस मंदिर के प्रति व्यक्ति के मान्यता में कई अवधारणाएं हैं। एक ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता है, वे इस मंदिर में पूजा करके अपने दोषों को दूर कर सकते हैं और शांति प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए, यहां प्राप्त श्रद्धा का अद्भुत स्थल माना जाता है और यह उज्जैन के दर्शनीय स्थलों में से एक है।
12.पीर मत्स्येनद्रनाथ उज्जैन

पीर मत्स्येनद्रनाथ उज्जैन, मध्य प्रदेश में स्थित है, जो एक सफेद पत्थर से बनी जगह है और यह नाथ संप्रदाय के शैव प्रमुख के नाम पर निर्मित है। इस स्थल को हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के लोग पूजनीय मानते हैं, जिसके कारण यहां पर्यटक आकर्षित होते हैं, और यह स्थल शिप्रा नदी के पवित्र पार्ष्वभूमि पर स्थित है। मत्स्येनद्रनाथ को शैव अनुयायियों द्वारा “पीर” कहा जाता है, जिसके कारण इसका नाम “पीर मत्स्येनद्रनाथ” है।
13.बड़े गणेश जी मंदिर उज्जैन

उज्जैन, मध्य प्रदेश का एक प्रमुख पिलग्रिम नगर है और यहां पर सुप्रसिद्ध बड़े गणेश जी मंदिर स्थित है। इस मंदिर के बारे में कुछ अनूठे तथ्य हैं:
- मंदिर का इतिहास: यह मंदिर उज्जैन शहर के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है और इसका इतिहास बहुत प्राचीन है। इस मंदिर का निर्माण महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के समय हुआ था।
- गणेश जी का भव्य मूर्ति: इस मंदिर में गणेश जी की विशेष और भव्य मूर्ति होती है, जिसे “विकट विनायक” के नाम से भी जाना जाता है। यह मूर्ति आकर्षकता और शांति का प्रतीक मानी जाती है।
- महत्वपूर्ण पूजा स्थल: यह मंदिर भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और हर दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। यहां पर विशेष त्योहारों पर भक्तों की भारी संख्या में आगमन होता है।
14.शिप्रा नदी उज्जैन

उज्जैन, मध्यप्रदेश में एक पवित्र नदी है, जिसका नाम अनुपमा है। इसकी लंबाई लगभग 195 किलोमीटर है और यह नदी चंबल नदी में मिल जाती है। उज्जैन जाने के दौरान, यह पवित्र नदी देखने और इसमें स्नान करने का अद्भुत अनुभव प्रदान कर सकती है। इस स्थल पर बहुत सारे पर्यटक आते हैं जो इसे अपनी आत्मिक शुद्धि और आनंद के लिए अपनाते हैं, और इसके कारण यह नदी उज्जैन के पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है।
15.द्वारकाधीश मंदिर उज्जैन

यह एक प्राचीन और महत्वपूर्ण उज्जैन के मंदिरों में से एक है, जिसका निर्माण काली पत्थर से किया गया है। इस मंदिर की ऊपरी सीलिंग पर भगवान श्री कृष्ण के साथ-साथ उनकी सुंदर गोपिकाओं का चित्रण भी है, जो अत्यंत सुंदर और प्रतिक्षणीय दिखते हैं। इस स्थल पर श्रद्धालु बड़े आकर्षित होते हैं और यहां पर्यटकों की भी अधिक पसंद होती है।
उज्जैन कैसे पहुँचें
- हवाई मार्ग: सबसे नजदीक वाला हवाई अड्डा इंदौर एयरपोर्ट है, जो उज्जैन से लगभाग 55 किलोमीटर दूर है। आप इंदौर से उज्जैन तक टैक्सी, कैब, या बस से पहुँच सकते हैं।
- रेल मार्ग:उज्जैन एक महत्वपूर्ण रेलवे जंक्शन है। आप उज्जैन रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से पहुँच सकते हैं। यहां से आपके शहर के अलग-अलग भागो तक लोकल ऑटो-रिक्शा, टैक्सी, या सिटी बस से जा सकते हैं।
- बस मार्ग: मध्य प्रदेश परिवहन निगम की बसें उज्जैन से अलग-अलग शहरों से जुड़ती हैं। इंदौर से उज्जैन तक बस अक्सर मिलती है। आप अपने स्थल से उज्जैन के लिए एक स्लीपर या सीटर बस का टिकट बुक कर सकते हैं।
- सड़क मार्ग: अगर आप अपने खुद के वहां से आ रहे हैं, तो राष्ट्रीय राजमार्ग 59 के लिए उज्जैन पहुंचें।
यदि आपके पास अधिक जानकारी होनी चाहिए या किसी विशिष्ट स्थिति के लिए सहायता की आवश्यकता है, तो आप उज्जैन के लिए अपनी यात्रा की तैयारी के लिए स्थानीय प्रशासन या यात्रा सलाहकार से संपर्क कर सकते हैं।
Ujjain Map
FAQs
उज्जैन किस राज्य में स्थित है?
उज्जैन मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है।
उज्जैन का प्रसिद्द महत्तव क्या है?
उज्जैन एक धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल है। यहां महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और कुंभ मेले के लिए प्रसिद्ध है।
उज्जैन के प्रसिद्ध मंदिर कौन-कौन से हैं?
उज्जैन के प्रसिद्ध मंदिर, महाकालेश्वर मंदिर, काल भैरव मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, सांदीपनि आश्रम, और चिंतामन गणेश मंदिर हैं।
उज्जैन कुम्भ मेला कब और क्यों आयोजित होती है?
उज्जैन कुंभ मेला 12 वर्ष में एक बार आयोजित होती है। इसमे हिंदू धर्म के अनुसर बड़े संखियो में लोग शाही स्नान करते हैं।
उज्जैन के प्राकृतिक सुन्दरता स्थल क्या हैं?
उज्जैन के प्राकृतिक सुंदर स्थल में विक्रम कीर्ति मंदिर, राम घाट, गढ़कालिका मंदिर और कालियादेह महल शामिल हैं।
उज्जैन की स्थिति और मौसम कैसा होता है?
उज्जैन में नर्मदा नदी के किनारे स्थित हैं और यहां का मौसम गरमी (गर्मी) में, सर्दियों में ठंडा (सर्दी) होता है।
उज्जैन आने के लिए बेहतर समय कौन सा होता है?
उज्जैन को प्रत्यक्ष समय में भेद-भाव के बिना देख सकते हैं, लेकिन कुंभ मेला या सावन (मानसून) में यहां आना आपको धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करेगा।
उज्जैन के पास पर्यटक प्रवास और भोजन के लिए बेहतर विकल्प के नाम क्या हैं?
उज्जैन में आपको अलग-अलग बजट में होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस मिल सकते हैं। प्रसिद्ध होटलों में अंजुश्री, शिप्रा रेजीडेंसी, और रुद्राक्ष क्लब और रिज़ॉर्ट शामिल हैं।
उज्जैन में क्या खाना चाहिए?
उज्जैन की स्थलीय व्यंजन में पोहा, जलेबी, नमकीन, दाल बाफला, और मालपुआ प्रसिद्द हैं।
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